Friday, January 1, 2010

अनाज से शराब ओउर शराब से बर्बाद

अभी कुछ दिनों पहले की न्यूज़ है। अपनी भारत सरकार खाने के अनाज से शराब बनानेका प्रस्ताव ला रही है। मुजे समाज में नहीं आता के सरकार को ये ऐसे विषय मिलते कहासे है। जनता को खाने के लिए अनाज नहीं मिल रहा । गेहू , चावल, दाल, शक्कर , तेल, सभी चीजो के भाव बढ़ा रहे है। और दूसरी तरफ ये शराब्ब का प्रस्ताव । एक सर्वेक्षण के अनुसार देश में शराब की फैक्ट्री या बड़े बड़े नेता के या तो उनके बेटो के नाम से है। इसका मतलब ये साफ है के ये अपना बिज़नस बढ़ाना चाहते है। ये तो अंग्रेजो वाला कम हुवा। अनाज से शराब बना के ये जनता को और भूखा रखने वाले है । शराब का उत्पादन जादा हुवा तो बाद में उसे बेचने के लिए ये राशन के दुकान में सस्ते में देंगे । एस प्रस्ताव का मई निषेध करता हु।

1 comment:

  1. नये वर्ष की शुभकामनाओं सहित

    आपसे अपेक्षा है कि आप हिन्दी के प्रति अपना मोह नहीं त्यागेंगे और ब्लाग संसार में नित सार्थक लेखन के प्रति सचेत रहेंगे।

    अपने ब्लाग लेखन को विस्तार देने के साथ-साथ नये लोगों को भी ब्लाग लेखन के प्रति जागरूक कर हिन्दी सेवा में अपना योगदान दें।

    आपका लेखन हम सभी को और सार्थकता प्रदान करे, इसी आशा के साथ

    डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर

    जय-जय बुन्देलखण्ड

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